Karan Singh 30 Mar 2023 आलेख धार्मिक Ram/जय श्री राम/धार्मिक महत्व/सपनों का सौदागर.... करण सिंह/ Karan Singh/छत्रपति शिवाजी महाराज की महानता/रामराज्य/भक्ति/खेल/ 39458 0 Hindi :: हिंदी
रामराज्य 💐प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर......करण सिंह💐 *🚩श्री राम जी के गुण🙏🏻* *🚩आइये सत्संग करते है, प्रभु श्रीराम के गुणों की चर्चा करते है🙏🏻* *🚩भगवान राम प्रत्यक्ष साक्षात विष्णु थे, और परमप्रचंड रावण का वध करने के लिए ही धरती पर प्रगट हुए थे ।।* *🚩भगवान राम के रूप रंग का तो कहना ही क्या ??* *🚩रामस्तुति में आप सुनते ही है ... " हर्षित महतारी, मुनि मन हारी, अद्भुत रूप बिचारी " ।। अर्थात रामजी देखने मे इतने सुंदर थे, की मन को जीतने का दावा करने वाले मुनि भी उनके रूप रंग को देखकर अपना मन हार जाते थे ।। अहो !! इतना सुंदर युवान, हर किसी के मुख से निकल पड़ता था ।।* 💐प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर......करण सिंह💐 *🚩भगवान श्रीराम कभी भी, किसी मे भी, कोई दोष नही देखते थे ।। जबकि बल के मामले में , तीनो लोक में उनकी समता करने वाला दूसरा नही था ।।* *🚩रामचन्द्रजी महाराज हमेशा शांत रहते, कोई उन्हें कठोर बोल भी देता, तो वे उसकी बात का उत्तर नही देते थे । आज के राजनेताओं को हम कुछ बोल दे, तो घर से उठा ले* *🚩भगवान राम पर कोई छोटा सा उपकार कर देता, तो रामजी उस एक उपकार से ही बहुत संतुष्ठ हो जाते थे । किसी के सैंकड़ो अपराधों को भी वह क्षमा मांगते ही भूल जाते ।।* *🚩अस्त्र शस्त्र अभ्यास तथा व्यायाम के लिए उनका समय निश्चित था ।। ओर अपने बिजी शेड्यूल में से उन्हें थोड़ा समय भी मिलता, तो उसमें वह साधु सन्तो के साथ सत्संग करते ।।* *🚩कौई मनुष्य उन्हें दिख जाता, तो रामचन्द्रजी खुद से चलाकर ही उनसे बात करते ।। और ऐसी बातें ही मुँह से निकालते, जो सामने वाले को प्रिय लगे ।। इतने महान बलशाली होने के बाद भी उनमे बल का जरा भी घमंड नही था ।।* *🚩दया भावना कुटकुट कर उनमे भरी थी, ब्राह्मणो के तो वह पुजारी ही थे ।।* *🚩रामचन्द्र जी ने योग के माध्यम से अपने शरीर को निरोगी बना लिया, और सदैव ही युवा दिखते थे ।। उन्हें देखकर ऐसा लगता था, की पूरे संसार के सारतत्व को जानने वाला एकमात्र साधु पुरुष यही है ।।* 💐प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर......करण सिंह💐 *🚩रामचन्द्र जी शास्त्रविरुद्ध बातें सुनना एकदम पसन्द नही करते थे ।। न्याययुक्त पक्ष के समर्थन में वह बृहस्पति के समान एक से एक युक्तियां देते थे ।।* *🚩रामचन्द्र जी का हर्ष और क्रोध दोनों ही निष्फल नही जाता था । संग्राम में कुपित होने पर समस्त देवता तथा असुर मिलकर भी उन्हें परास्त नही कर सकते थे ।। लेकिन इसके बाद भी उनमे अहंकार लेशमात्र नही था,,, सबके साथ वह मित्र जैसा ही व्यवहार करते ।।* *👉🏻यह सारी बातें हमने वाल्मीकिजी की रामायण से ली है ।। हालांकि तुलसीदास जी ने भी रामचरित का अद्भुत वर्णन किया है ।। लेकिन इस लेख की समस्त बातें, वाल्मीकि रामायण से है ।।* 🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷 💐प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर......करण सिंह💐