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जीवन की आस-जब तक सांस में सांस है समझो अभी भी आस है

Km Shalini 09 Oct 2023 कविताएँ समाजिक #जीवन की सीख #अनवरत प्रयास #चमकता सूरज#जीवन की आस 14679 0 Hindi :: हिंदी

हर दिन चमकता सूरज,
हमको यही बताता है।
काली रात हो चाहे, कितनी घनी,
फिर उजाला आता है।
हार जाओ अगर, लाखों बार,
प्रयास करो, फिर भी लगातार।
जब तक सांस में सांस है,
समझो अभी भी आस है।।

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