कविता केशव 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मायका व उससे जुड़ी पुरानी यादें 85450 0 Hindi :: हिंदी
वो मेरे मायके की याद पुरानी, मेरी आंखों में लेकर आई पानी! वो सखियों का जो याराना था, हर मौसम लगता दिवाना था ! वो चिड़ियों सा चहकना...... और तितली सी उड़ती थी मस्तानी, मेरी आंखों में लेकर आई पानी ।। वो सावन की बुंदों को, हाथों में थमाना....... वो बारिश भरी गलियों में, कश्तियों का चलाना..... भुली ना जाएं वो घर के आंगन की कहानी, मेरी आंखों में लेकर आईं पानी।। वो मायके की याद पुरानी, मेरी आंखों में लेकर आई पानी।। कविता केशव