Uma mittal 30 Mar 2023 आलेख धार्मिक भगवान शिव जी का मंदिर 22680 0 Hindi :: हिंदी
पटियाला जिले के शहर राजपुरा से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर यह मंदिर है | यहां राजपुरा पटियाला से ही नहीं ,बल्कि काफी दूर-दूर से हर सोमवार को भक्तों का ताता लगा रहता है | शिवरात्रि पर तो रौनक देखने लायक होती है | बहुत बड़ा मेला लगता है जो 3 दिन तक चलता है | राजपुरा के भक्त कहते हैं या तो शिवजी कैलाश में या फिर नलास में | इस मंदिर में शिवलिंग अपने आप प्रगट हुआ है | लगभग 500 साल पहले की बात है कि एक गाय रोज आकर ठीक शिवलिंग के पास खड़ी हो जाया करती थी और अपना सारा दूध चढ़ा कर चली जाती थी | जब गांव वालों ने देखा तो वहां कोई प्राचीन शिवलिंग था | अतः वहां मंदिर बना दिया गया |भक्त आते गए और लोगों की मुंह मांगी मुरादे पूरी होती गई |कुछ शिवभक्त तो शिवरात्रि से एक दिन पहले ही वहां पहुंचकर पूरी रात जागते हैं | और शिवरात्रि वाले दिन सुबह ही नहा धोकर सवेरे सवेरे जल प्रसाद चढ़ाकर घर आते हैं |वहां आने-जाने की सुविधा और लंगर की भरमार होती है और किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती है | मंदिर काफी बड़ा और सुंदर देखने लायक है | भोले बाबा का जब भी बुलावा आए आप अवश्य जाएं जो एक बार वहां जाता है बार-बार जाता है | जय बम बम भोले, माता पार्वती जी की जय से पूरा वातावरण इतना सुहावना हो जाता है कि इस तीर्थ यात्रा का अनुभव भुलाए नहीं भूलता | उमा मित्तल राजपुरा ( पंजाब)