Sudha Chaudhary 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य 77883 0 Hindi :: हिंदी
तुम चुप ही रहना कहने से खुल जाएगा भेद मन का । तुम चुप ही रहना हंसी ओढ़ लेना, स्मृति में रख लेना, अकेलेपन से लड़ते हुए कभी विचलित न होना अंधेरे से बचकर, उजाले में रुकना, हृदय रोक लेगा तो तत्पर ही रहना। विस्मित हुए को विरक्तही रखना, वाणी को निश्चय ही कुतर्क रखना। नहीं शेष है जीवन पहल सा, बहुत अतुलित हो मगर चुप ही रहना। आशा निराशा नहीं अब समीक्षा ,हदय अंकुरिितअंकुरित हो नहीं होना तृप्ता वाणी के भाव जाल में मत भटकना तुम चुप ही रहना। मौन ही तुम्हारा हथियार है पराजित हुई तो पराजित ही रहना मगर चुप ही रहना सुधा चौधरी