Ranjana sharma 18 Jul 2023 ग़ज़ल दुःखद दर्द जो तुमसे हमको मिली#google# 4992 0 Hindi :: हिंदी
दर्द जो तुमसे हमको मिली भुलाकर भी भुलाया ना जा सकी जो जख्म मिली है तुमसे उसका दवा कहीं भी ना मिली मुझे हार गई मैं खुद से इतना प्यार किया था मैंने तुमसे खुद को भूलकर तुम्हें याद किया था अपने पलकों की छावं में तुम्हें रखा था जो भी सपने देखें उसमें तुमको ही बसाया था अपना छोटा सा मोहब्बत का एक आशियाना बनाया था टूटा जो रिश्ता तुझसे मेरी टूटकर मोती के जैसे मैं बिखर गई खुद के नजरों में ही मैं आज गिर गई अब संभलना मुश्किल सा लगता है इस कदर से दिल को तूने चोट लगाई अल्फ़ाज़ लब्जो के किससे अब मैं बयां करूं मौत के क़दमों में अब गिर कर ही चैन पाऊं गम तेरा मेरे दिल पे कुछ ऐसा छाया है अब तो बिन बादल बरसात भी रोने को आया है धन्यवाद 🙏