Km Shalini 18 Oct 2023 कविताएँ समाजिक उत्तराखंड में गावों से होता पलायन#पलायन#खाली गांव 11819 0 Hindi :: हिंदी
क्यूं गांव खाली, रह गए, जंगल वीरान, रह गए। हंसी गूंजती थी, जिन आंगन में, क्यूं वो सुनसान, रह गए। कोई तो रोके, पलायन को, बचाने हमारी, जड़ों को। आओ शुरू, पहल करें, कोई गांव खाली, न करे। संसाधनों का विकास हो, तो क्यूं वहां, पलायन हो अगर गांव खाली, रह गए, शहर भी, मिट जायेंगे । गांव के सारे खेत, यदि बंजर हो जायेंगे।।