Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

ओ मेरे हमसफर

संदीप कुमार सिंह 18 Apr 2024 कविताएँ प्यार-महोब्बत मुझे पूरा विश्वास है की पाठक गण को मेरी यह कविता जरूर पसंद आएगी. 749 0 Hindi :: हिंदी

जब भी हुआ,तुम हर एक मोड़ पर 
साथ रहे।
मुश्किल भरी राहों में तुम सदा मुझसे आगे रहे।

तुमने बनाई मेरे
दिल में जगह, यही है सच्चाई।
थोड़ा सा 
प्यार दिया मैं तुम्हारे दिल में 
आई।

तुम्हारी इसी 
बात ने किया था मुझ पर असर।
सदा तुम्हारा साथ
मिले, हर जन्म तुम ही बनो मेरे
हमसफर।

हर  मोड़
पर रखते हो मेरी खोज खबर।
नहीं रह सकते 
मुझसे दूर,मिलते हो चार पहर।

प्रार्थना है ईश्वर
से हर एक मोड़ पर तुम साथ हो।
गर्मी हो या सर्दी
या बारिश की  कोई रात हो।

धीरे धीरे बढ़ता
जाता तुम्हारी मुहब्बत का असर।
आश्विन बीता कार्तिक आया,पर 
तुम साथ हो हर मोड़ पर।

तुम्हारी यही
खूबी मुझे तुमसे जोड़े रहती है।
तुम बिन यह 
दुनियाँ, मुझको बहुत सूनी लगती
है।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप  कुमार  सिंह✍️
जिला :-समस्तीपुर (देवड़ा)बिहार

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: