Official Arjun Panchariya 30 Mar 2023 कविताएँ धार्मिक Pandit4517_ 8293 0 Hindi :: हिंदी
यह कविता अर्जुन शर्मा के द्वारा लिखी गई है किसी भी प्रकार का गलत शब्द हो और कोई भी प्रकार का गलत लाइन लिखी गई हो तो क्षमा करें। अगर प्राचीन इतिहास के पन्ने देखे तो हमें उसमें मिलता है कि भगवान परशुराम को यह वरदान था की वह इस सृष्टि के अल्प या अंत तक रहेंगे तथा उनको यह भी वरदान था कि वह अभी शेष शरीर जीवित हैं तथा कहा जाता है कि महेंद्र गिरी पर्वत पर वर्तमान में तपस्या रथ मौजूद है। आपको एक उदाहरण देना चाहता हूं एक बार की बात है जब टीवी नाउ नवभारत के रिपोर्टर्स महेंद्र गिरी पर्वत पर पहुंचे तथा महेंद्र गिरी पर्वत की पूरी तरह से या कुछ अच्छी प्रकार से जांच पड़ताल की तो उन्हें कुछ अवशेष मिले जिनके उदाहरण आपके सामने मौजूद हैं। रिपोर्टर स्कोर वहां पर एक रुद्राक्ष की माला तथा अचानक रात के 1:00 से 1:30 बजे के आसपास भगवान परशुराम की कुछ परछाई की तरह कुछ दिखाई दिया तथा 2:00 बजे के आसपास भगवान परशुराम के खड़े हो की आवाज आती थी उस पर्वत पर कुछ ऋषि मुनि तपस्या करते थे उनसे भी सुनने को आया है कि रात को 2:00 बजे के आसपास उनके खड़े हो की आवाज आती थी तथा खुद रोजाना भगवान शिव की तपस्या करते थे। नोट :- अगर आपको इस बातों में कुछ मिलावट दिखती हैं तथा कुछ भ्रम फैलाने वाले शब्द दिखते हैं या कुछ गलत वाक्य दिखते हैं तो आप हमारे ब्लॉग पोस्ट पर जाकर 2:00 बजे के आसपास का स्क्रीनशॉट देख सकते हैं हमारे ब्लॉग का नाम pandit451707.com हैं।
Hi! I'm Arjun Sharma, I'm from Sindhu I'm 16 years old. [ I'm early 20 years old] I am [I'm] pursuin...