Samar Singh 14 May 2023 गीत दुःखद साथी बिछड़ जाते हैं, याद रह जाती है। हम जीते है इस उम्मीद में कि वो कभी न कभी लौट के आयेगा। 4263 0 Hindi :: हिंदी
जाके फिर लौटना साथी, देखेंगे हम तुम्हारा रास्ता। कब मिलोगे ये तो कहो, दे दो कम से कम अपना पता।। जीवन में ऐसा क्यों होता है, मिल के क्यों बिछड़े रिश्ते, इतना तो बता। जाके फिर....................। आज दुःख है, कल आँसू होंगे, दिल रो- रो के है कहता। जाके फिर...................। जुड़ी थी कोई कहानी तुमसे, आज हो गई लापता। जाके फिर...................। खुशियाँ इतनी थी कि पागल था, आज दर्द में भी हूँ हँसता। जाके फिर...................। आज सारे अरमान रोये, मंद- मंद "समीर" है बहता। जाके फिर.................। रचनाकार- समर सिंह " समीर G "