विक्रम पांडेय 24 Apr 2023 गीत प्यार-महोब्बत प्रेम पर समर्पित 17113 0 Hindi :: हिंदी
मौसम भी बदलते रहते हैं,दिन रात बदलते रहते हैं वो भूलने वाले देख मगर हम बदले नहीं तेरे प्यार में। हम राही बने राहों के मगर मंजिल का ठिकाना मिल न सका।अफ़सोस करें दुनिया में हमें जीने का बहाना मिल न सका।साहिल की तमन्ना में कश्ती लो डूब गई मजधार में। उल्फत में तेरी हम करके वफ़ा बस खुद से बहुत शर्मिंदा है,वादों का भ्रम टूटा है मगर हम फिर भी जहां में जिंदा है।ये ज़हर जुदाई का यूंही पीते हैं तेरे संसार में। जीवन की अंधेरी रातों में शोलों में अभी हम जलते हैं,अश्कों के ये धारे आंखों से बहते हैं तेरे दीदार में। मौसम भी बदलते रहते हैं,दिन रात बदलते रहते हैं वो भूलने वाले देख मगर हम बदले नहीं तेरे प्यार में।