Sudha Chaudhary 09 Sep 2023 ग़ज़ल अन्य 11054 0 Hindi :: हिंदी
दुख का दामन जरा छुड़ा लो तो मुझसे दूरी जरा बना लो तो। क्या कहूं मैं जो बिखर जाऊंगी सोच कर बात ही बना लो तो। ये धुआं है थोड़ा और भी गहरा होगा राख बनने से पहले इसे बुझा लो तो। दिल को बहला ले, मगर तुमको ना बहला पाए रह लिए साथ अब छुड़ा लो तो। माना तेरा जवाब सुकून देता है फिर भी आदत नयी बना लो तो। जरा सी प्यार की भूखी थी दुनिया मेरी मेरे नसीब को खुद का अभी बना लो तो रोज के रोज ऐसे मंजर नहीं बनते सुधा से दूर दुनिया कहीं बसा लो तो। सुधा चौधरी बस्ती