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* सुप्रभात *

Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य 29700 0 Hindi :: हिंदी

       * सुप्रभात *

समय से पल कुछ ,
इस तरह से पिघला...!

रात गुजर सी गई ,
धीरे से दिन निकला...!

पर इस चीज को यहां ,
कोई नहीं पाए बतला...!

सवाल बहुत ही ,
सहज और सरल था...!

पहले अंडा आया था ,
कि यहां चूजा निकला...?

                          चिन्ता नेताम " मन "
                         डोंगरगांव (छत्तीसगढ़)

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