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भूला नहीं हूँ तुमको पर जानो मेरी मजबूरी

DINESH KUMAR KEER 06 Feb 2024 शायरी प्यार-महोब्बत 7250 0 Hindi :: हिंदी

भूला नहीं हूँ तुमको पर जानो मेरी मजबूरी
मैं बस तुमको चाहता हूँ कहना नहीं ज़रूरी
मैं तेरी दो बाहों में अब चाहे ना सिमट पाऊँ
रूहों के बीच में तो कभी होगी ना कोई दूरी

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