नवीनतम ग़ज़ल
ग़ज़ल
Abhinav chaturvedi
जीने के तौर-तरीके मिलने से,
अज़िय्यत नही मिला करते हैं।
दो चेहरे एक से मिलने से,
नियत नही मिला करते हैं।
सिलसिला-
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ਗ਼ਜ਼ਲ
Jogi Bhutal
ਗ਼ਜ਼ਲ
ਤੂੰ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਨਾ ਮੈਨੂੰ ਨਜ਼ਰ ਅੰਦਾਜ਼ ਕਰ
ਆ ਬੈਠ ਦਿਲ ਦੇ ਤਖ਼ਤ ਤੇ ਅਤੇ ਰਾਜ ਕਰ
ਨਾਗਣ ਵਾਂਗ ਹੈ ਡੰਗ ਰਹੀ ਹਰ ਅਦਾ ਤੇਰੀ
ਨਾ ਜਲਵ
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उसका नाम
राहुल गर्ग
संमुदर पायाब हो गये और नदियाँ उफान पर है
पर अभी तक उसका नाम मेरी जबान पर है
उसने अपने तरकस के सारे तीर छोड़ दिये म
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आगाज़
Ramu kumar
आइए बैठकर कुछ बात किया जाए'
दिले कशमकश को समाप्त किया जाए!
दूरियां नजदीकियां कुछ भी नहीं रहा'
अब एक नई मंजिल त
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यह कर पाओगे क्या
Ritu
कुछ बताना है तुम्हें
मेरे बिना बोले सुन पाओगे क्या
इश्क होने का दावा करते हो तुम
अगर मैं कभी मजबूर हुई
तब अकेले नि
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