Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत हमदम 13742 0 Hindi :: हिंदी
असांभव् को संभव कर दे ये मेरे हमदम हमराज निराशा को आशा में बदल दे ये मेरे हुजूर मेरे सरकार रिश्तों में मीठास भर दे ये मेरे प्रीतम प्रियशी मेरे प्राण संसार और समाज से डरना छोड़ दे ये मेरे जाने पतवार