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प्रेम पत्र

Mithun anuragi 30 Mar 2023 कहानियाँ प्यार-महोब्बत प्रेम पत्र ,मिथुन अनुरागी ,कहानी ,गम भरी कहानी ,दर्द भरी कहानी ,मिथुन अनुरागी की कहानी ,PREM PATRA ,KAHANI SAD KAHANI ,DARD BHARI KAHANI ,MITHUN ANURAGI KI KAHANI 25305 0 Hindi :: हिंदी

 शहर के बड़े कॉलेज मैं ऋषभ पढ़ता है | ऋषभ को पढने में बहुत ही रूचि है | किसी से अधिक बात भी नहीं करता है | बस अपने काम से काम रखता है |उसके इस स्वभाव को कुछ लड़के घमंड भी बोलते हैं पर ऋषभ कभी भी उनकी बातों को बुरा नहीं मानता है |



एक बार ऋषभ कॉलेज के गेट के पास खड़ा था वह देखता है की एक गाड़ी कॉलेज में प्रवेश करती है और गाड़ी से एक बहुत ही खूबसूरत स्नेहा  नाम की   लड़की उतरती है और वह ऋषभ के पास जाती है और प्रिंसिपल का ऑफिस पूछती है |ऋषभ उसे प्रिंसिपल का ऑफिस बता देता है और अपनी क्लास में चला जाता है |



 छुट्टी के बाद जब ऋषभ अपने घर जाता है तो उसे उस लड़की के गाड़ी के पास एक पर्स मिलता है लेकिन गाड़ी जा चुकी थी इसलिए ऋषभ पर्स को अपने पास रख लेता है और अगली सुबह वह पर्स स्नेह को लौटा देता है | स्नेहा  पर्स तो रख लेती है और कहती है ऋषभ पर्स लौटने के लिए थैंक्स यू लेकिन ये पर्स मेरे किसी का नहीं रहा क्योकि तुम जैसे गरीब मेरी जिस चीज को छू लेते हैं उसे मैं फेंक देती हूँ  इतना कहकर स्नेहा पर्स को गाड़ी की डिग्गी में डाल देती है | और वहां से चली जाती है कुछ दिनों बाद स्नेहा का एक्सीडेंट हो जाता है और उसे काफी चोट आ जाती है परन्तु इलाज से स्नेहा की जान को बचा लिया जाता है |स्नेहा डॉक्टर से पूछती है की उसके साथ क्या हुआ था तो डॉक्टर स्नेहा को एक लाश के पास ले जाते हैं और कहते हैं कि तुम्हारी जान चली जाती क्योकि कार का काँच टूटकर तुम्हारे दिल को छू चूका था लेकिन ये लड़का आया और बोला कि डॉक्टर साहव स्नेहा की जान को बचाना बहुत जरूरी है तो मैंने उससे कहा स्नेहा की जान को नहीं बचाया जा सकता क्योकि चोट इसके दिल में लगी है और खून भी अधिक बह चुका है |तब इस लड़के ने कहा आप मेरा दिल निकाल कर स्नेहा के डाल दीजिये |और मैने आपकी जान बचा दी |स्नेहा ये लड़का था कोन जिसने तुम्हे बचाने के लिए अपनी जान दे दी |

स्नेहा ऋषभ की लाश को देखकर रोने लगती है और कहती है यह लड़का मेरे कॉलेज में पढता था मैने इसे एक बार गरीब कहकर इसकी  वेइज्ज्ती की थी |कुछ समय बाद स्नेहा विल्कुल ठीक हो जाती है और बो गाड़ी की डिग्गी से अपना पर्स निकालती है और देखती है उसमे एक कागज है जिसमे लिखा था स्नेहा तुम वेहद खूबसूरत हो और मैं ये भी जानता हूँ कि तुम बहुत अमीर भी हो |मैं तुम्हे बेहद पसंद करता हूँ क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी में तुम्हे जहाँ की सारी खुशियाँ दूंगा अगर कभी जरूरत पड़ी तो में तुम्हे अपनी जान भी दे दूंगा |आई लव यू स्नेहा | तुम्हारा ऋषभ |



यह पढ़ कर स्नेहा बहुत जोर जोर से रोने लगी अरे मैंने ये क्या कर दिया यह तो ऋषभ का प्रेम पत्र है |मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गयी मैं ऋषभ को समझ नहीं पाई मैंने अपने सबसे गहरे और पवित्र प्रेम को खो दिया और स्नेहा जोर जोर से रोती रह जाती है |





                                      WRITTEN BY 

                       SHAYAR MITHUN ANURAGI

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