संदीप कुमार सिंह 11 May 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगे। 5570 0 Other :: Other
नूतन साल खुशियां भरे,लाए मधुर बहार। जीवन सुरभित खूब हो, दिल में हो अति प्यार।। साल पुरातन को विदा,करूं खुशी से यार। स्वागत है नव साल का,घर घर हो गुलजार।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_सस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....