मोती लाल साहु 30 Mar 2023 कविताएँ धार्मिक Main hoon samay, dharmik kavita, 88473 0 Hindi :: हिंदी
मैं हूं समय प्रकृति-अटल, तीन लोक-उजागर। मैं प्रेम संपूर्ण-शांति, हूं धरती में-धाम।। मैं हूं समस्त-सर्वेश्वर, सब में व्याप्त-व्यापक। जीवन का मैं हूं-समय, मन मंदिर में-प्राण।।