नीतू सिंह वसुंधरा 03 Oct 2023 कविताएँ समाजिक नीतू सिंह वसुंधरा, हिंदी कविता , जिंदगी पर कविता 35289 0 Hindi :: हिंदी
जिंदगी खाली हाथ आया है तो खाली हाथ जाएगा। जिंदगी माया है, तू एक दिन सब भूल जाएगा। जिंदगी ना सरल है , यह बहता हुआ जल है, मुट्ठी के रेट के जैसे एक दिन वक्त निकल जाएगा। उठ जा तुझे जगाने ना कोई तूफान आएगा। आया है तू तो दुनिया को देके कुछ जाना होगा। तुझे सपने देखने ही नहीं होंगे, उन्हें पाना भी होगा। मंजिल तक तुझे अकेले ही जाना होगा। कोई नहीं आएगा, तुझे सफर अकेले ही बिताना होगा। उठाना होगा ,पाना होगा तुझे दुनिया को कुछ देख जाना होगा। अपना अस्तित्व तुझे खुद बनाना होगा। कोशिश करनी होगी मंजिल तक जाने की। अपनी मंजिल तुझे खुद ही पानी होगी। सही गलत में फर्क ना तुझे कोई बताएगा। खाली हाथ आया है तो खाली हाथ जाएगा। जिंदगी को एक दिन तू भूल ही जाएगा।