MAHESH 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत प्यार-मोहब्बत 6791 0 Hindi :: हिंदी
स्वरचित रचना--- सितारों की दुनिया से ... संदर्भ- प्यार-मोहब्बत! सितारों की दुनिया से चल करके कोई मेरे दिल में आकर गया बस है कोई! हजारों नगीने हैं महफिल में मेरे, मगर उसके जैसा न दिलकश है कोई!! सितारों की दुनिया से..................!! न ही दोस्त है वो न रिश्ता ही कोई, मगर बन गया है फरिश्ता सा कोई! उसी की ही बातें उसी की ही यादें, उसी का नाम लेके रातें डुबोई!! सितारों की दुनिया से.................!! हुई ढेरों बातें हैं उस अजनबी से, बंटे भी हैं सुख-दुख के किस्से उसी से! जो कह पाए न दर्द औरों से अपने, वो कह डाले हम उससे सब किस्सागोई!! सितारों की दुनिया से.....................!! वो अनजाना सा है मगर मेरे दिल को, है लगता वो जाना सा पहचाना कोई! कोई लगता नहीं है, मगर मेरा फिर भी, क्यूं दिल उसके लफ़्ज़ों का दीवाना होई!! सितारों की दुनिया से..........................!! अच्छा लगे हक जताना क्यों उस पर जबकि हमारा न हक उसपे कोई! कुछ सुनने का भी मन न हो तो भी फिर भी, क्यों सुनने को उसको ए दिल उत्सुक होई!! सितारों की दुनिया से...........................!! न ताल्लुक, न बंधन, अजीब स्पंदन, क्यूं अहसास दे अपनापन उसका कोई! क्यूं एक दूजे की चाह में रहते खोए जबकि बंधन में बंधने की इच्छा न कोई!! सितारों की दुनिया से..........................!! जगह क्या है उसकी मेरी जिंदगी में, वजह क्या है उसकी तेरी बंदगी में! लगे साथ उसका क्यूं इस दिल को प्यारा, भले नाम न हो इस रिश्ते का कोई!! सितारों की दुनिया से.........................!! सितारों की दुनिया से चल कर के कोई, मेरे दिल में आकर गया बस है कोई! हजारों नगीनें हैं महफिल में मेरी, मगर उसके जैसा न दिलकश है कोई!! ~✍️ महेश