मोती लाल साहु 04 Apr 2023 कविताएँ समाजिक आ तुझे ले चलूं ज्योति भरी दुनिया में। 4658 0 Hindi :: हिंदी
आ तुझे ले चलूं , ज्योति भरी दुनिया में। कब के मोती बन गए, आंखों के झड़ते ये आंसू।। हंसता हुआ चेहरा, खिल रहा है आईने में। रोशनी जल गई है, जीवन के अंधेरे में।। आ तुझे ले चलूं, ज्योति भरी दुनिया में! -मोती