Archana Singh 19 May 2023 कहानियाँ समाजिक 7632 0 Hindi :: हिंदी
नमस्ते दोस्तों 🙏🙏 दोस्तों ! आज की कहानी का शीर्षक है ... " सुख-दुख " .... जो कि एक सामाजिक कहानी है , जो हम सभी समाज में रहने वालों के लिए है । हां अगर हम ध्यान से समझे तब ! अवधेश को बचपन में ही उसके मां-बाप ने अपने मालिक के घर में गुलाम के तौर पर बेच दिया था । वो अपने मालिक के घर रह कर काम किया करता था । उनका दिया अन्न खाता , उनके दिए कपड़े पहनता , जो - जो मालिक कहते थे वो दिन भर वही कार्य करता था । उनकी हां में हां ,,,,, और न में न करता था ।कभी उन्हें ना शब्द नहीं कहता था । एक दिन उसके मालिक ने एक ककरी खरीदी ।ककरी मुंह में डालते ही मालिक का मुंह कड़वा हो गया । उन्होंने मजाक में ही वह ककड़ी अवधेश को खाने के लिए दे दी । अवधेश को भी वह ककड़ी कड़वी लगी , परंतु उसने प्रसन्न भाव से उसे खा लिया । वहीं बैठे उसके मालिक को ये देखकर बहुत आश्चर्य हुआ ------ उन्होंने अवधेश से पूछा : " तुमने इतनी कड़वी ककड़ी कैसे खा ली ".....? अवधेश ने उत्तर दिया : " मालिक ! आप मुझे प्रतिदिन खाने के लिए अनेक स्वादिष्ट पकवान देते हैं , जिनको खाकर मैं बेहद ही आनंदित होता हूं । आज जब आपने मुझे खाने के लिए कड़वी ककड़ी दी तो मैंने सोचा कि मुझे इसे भी प्रसन्नता पूर्वक ग्रहण करना चाहिए " । अवधेश का मालिक एक कोमल हृदय का व्यक्ति था । अवधेश की बात का उसके मालिक पर बड़ा गहरा प्रभाव पड़ा । वह बोले : " अवधेश ! आज तुमने मुझे उपदेश दिया है कि परमात्मा हमें इतने सुख देता है , यदि वह हमें कभी दुख दे तो , उस दुख को भी हमें प्रसन्नता पूर्वक स्वीकार करना चाहिए " । इतना कह कर मालिक ने अवधेश को अपनी गुलामी से हमेशा - हमेशा के लिए आजाद कर दिया । अवधेश कि यह सोच हर व्यक्ति के लिए है , यदि हम जीवन के सुख एवं दुख दोनों में भगवान का आशीर्वाद माने तो , जीवन कभी कष्टकारी प्रतीत होगा ही नहीं । हमें हर स्थिति में आनंद ही आनंद महसूस होगा ..... क्योंकि हमारे विचार उस समय शुद्ध होंगे । हम यह सोचेंगे कि अगर दुख उस परमात्मा ने हमें दिया है तो वह आगे चलकर सुख भी हमें जरूर देगा । दोस्तों ? ये कहानी सिर्फ इसलिए थी ताकि हम सुख में विचलित ना हो और दुख में अपना धैर्य ना खोए । परमात्मा पर आस्था और विश्वास ना छोड़े और जो भी मिला है उसी में खुश रहने की कोशिश करें । हमेशा की तरह खुश रहिए , मस्त रहिए , हंसते - मुस्कुराते रहिए ! धन्यवाद दोस्तों 🙏🙏💐💐