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मुस्कान मुझे तेरी गुलाब से प्यारी लगती है

Mithun anuragi 30 Mar 2023 शायरी प्यार-महोब्बत MITHUN ANURAGI,TOOTE DIL KO SUKOON DENE BALI SHAYARI , DARD BHARI SHAYARI ,POETRY,NEW SHAYARI ,LOVE SHAYARI,HINDI SHAYARI, BREAKUP SHAYARI ,LOVE POETRY,HINDI POETRY BROKEN HEART POETRY, 19467 0 Hindi :: हिंदी

मुस्कान मुझे तेरी गुलाब से प्यारी लगती है ,

सूरत मुझे तेरी चाँद से प्यारी लगती है |

क्यों पूछती हो कितना प्यार करते हो ,

साडी दुनियां से तू प्यारी लगती है ||



कोई खुश है मेरे वगैर ,हम उनके लिए बदनाम हुए हैं 

मैंने सिर्फ उन्हें चाहा ,उनके इश्क तमाम हुए हैं |

हम ना बदले कभी , बो गैर सरेआम हुए हैं 

ये इश्क का बाजार है यारों ,जहाँ मिथुन नीलाम हुए हैं ||



नजदीकी इतनी है कि बो गली में रहते हैं ,

लेकिन उनका देखना तक नसीब नहीं होता |

वहां तरसते हैं बो मेरे लिए ,

उनका भी मिलना मुझे नसीब नहीं होता |

हे खुदा बहुत शिकायतें हैं तुझसे ,

क्यों एसा प्यार दिया जो नसीब नहीं होता ||



नारजगी तेरे चेहरे पर अच्छी नहीं लगती ,

तू नाराज हुआ ना कर |

तुझे देखे बिना चैन नहीं आता मुझे ,

तू नजरों से मेरी दूर हुआ न कर ||



थक गया हूँ याद करते करते उन्हें ,

हे दिल उन्हें याद  न  कर |

मंजिल तेरी मौत ही है चल ,

अब तू उनका इन्तजार न कर ||



बो कसम देते रहे कि गैर हो तो न जाओगे ,

सिखा के इश्क मुझे भूल तो न जाओगे |

हम वफ़ा करते रहे बो दगा देते रहे ,

जहर खिलाके पूछा उसने की मर तो ना जाओगे ||



बो सूरत से मासूम थे ,पता न था कि छुपे राज निकलेंगे 

जो जान कहते थे प्यार से ,जहर की आवाज निकलेंगे |

हम इश्क जताते रहे वेपनाह उनसे ,

कभी सोचा न था कि बो धोखेवाज निकलेंगे ||



तुझे दिल में बसाया था ,बता कैसे भुलाया जाएगा 

जो साथ खीची  थी तस्वीर तेरे,  उसे कैसे मिटाया जाएगा |

जो संभाल कर रखे थे ख़त मैंने, उन्हें कैसे जलाया जाएगा |

मुझे याद तेरी आएगी , बता खुद को कैसे संभाला जाएगा ||



तू सामने है मेरे ,फिर दूर होने का अहसास क्यों है |

हर रोज देखता हूँ तुझे, फिर आँखों में प्यास क्यों है |

मुझे पता है तू मेरी है , फिर मन उदास क्यों है||



मैं तेरा हूँ दुनियां को बताती क्यों नहीं ,

प्यार करती है फिर जताती क्यों नहीं |

मन बहुत अकेला है इसे समझती क्यों नहीं ,

गर मैं धड़कन हूँ तेरी तो दिल मैं बसाती क्यों नहीं ||



             WRITTEN BY

SHAYAR MITHUN ANURAGI 




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