Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

तू फूल बनके

Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत तू फूल बनके 5058 0 Hindi :: हिंदी

तू फूल बनके 
खुशबू फैलाती रहे 
मैं कटा ही सही 
तेरे बाग़वा का 
तू काली सी मुस्कुराती 
सदा खिल खिलाती रहे 
बहार बनके के यु ही 
गुलशन महकाती रहे 
मैं माली ही सही 
तेरी बगियां का 
बस ऐसे ही तू 
फूल खिलाती रहे 
और मैं तुझे भवरा से 
बचता रहु

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: