Arun kumar sirswal 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक माँ की ममता और स्वभाव 9291 0 Hindi :: हिंदी
ऐसी क्यों होती है माँ बच्चो को चुपाये खुद रोती है माँ बच्चो को सूखे में सुलाये गीले में खुद सोती है माँ जिंदगी की माला को अश्को से पिरोती है माँ ऐसी क्यों होती है माँ जिंदगी के हर गम को छुपाती है माँ ममता की नदियां बहाती है माँ सबसे अनमोल होती है माँ अँधेरी रात में लोहरी सुनाती है माँ बचपन में हर लब्ज को सिखाती है माँ ऐसी क्यों होती है माँ अरुण कुमार सिरसवाल