पुरस्कार गपियन का-पदम सेन
क्या करु सोच रहा था मन में तभी एक हवा का झोंका आया आंगन में ऐसी खुशबु महक रही थी जैसे खड़ा हु चमन में दाएं देखा बाए देखा फिर देखा उपर गगन में दौड़ के गया बाहर गलियन में आप भी आ गए मेरी बतियन में मुझको तो पुरस्कार मिला हुआ है गपियन में