Samar Singh 13 Jul 2023 गीत दुःखद आपसे मुलाकात के लिए बस इंतजार ही करना रह गया है। 6239 0 Hindi :: हिंदी
ऐसा क्यों मेरे साथ हुई, एक वहीं बात हुई। बिछड़े है तुमसे ये यार कैसे, कि फिर ना मुलाकात हुई। बिन सावन के आँखों से बरसात हुई, दिन के उजाले में ये कैसी रात हुई। जुगनू भी बनकर दिखते नहीं, फिर से वहीं हालात हुई। ऐसा क्यों मेरे साथ हुई।। रह- रह के गुजरता पल, याद आता है बीता हुआ कल। सीने में बढ़ जाती है, गुजरे जमाने की हलचल। बरबादी की एक बार फिर बारात हुई, ऐसा क्यों मेरे साथ हुई। रचनाकार- समर सिंह " समीर G "