मोती लाल साहु 15 Nov 2023 शायरी अन्य निज तत्व से परम तत्व तक 7451 0 Hindi :: हिंदी
"जिंदगी के इस राह में- युगों-युगों से चले आ रहे हैं"! "ना जाने- कितने ही मुसाफिर, यहां भटकते आ रहे हैं"! "देखो कोई- ए-बिरला ही पहुंच, पाता अपने घरवार को"!! "सो ज्ञानी बड़भागी- निजतत्व में पाया परंमतत्व को"!!!! -मोती