राकेश 14 Sep 2023 कविताएँ समाजिक मेरा तेरा हक 8082 0 Hindi :: हिंदी
परमात्मा करेगा इंसाफ, मेरा तेरा हक़ लूटने का करेगा जो काम, आज नहीं तो कल उसे करेगा बर्बाद, मुजरिम पर रहम करने का परमात्मा को नहीं आता है काम, मेहनत का सबको मिलना चाहिए पूरा ईनाम। मुझे चाहिए इंसान, जब किसी का हक ना देने का मैंने नहीं किया नीछ काम, हत्या के समान है यह पाप, ईमानदार मेहनती का हक ना देकर ना लेने दे परमात्मा को तड़पा तड़पा कर अपनी जान, इस बात से ना रहे अनजान, दिल्लगी नहीं परमात्मा एक दिन हक के लुटेरे के ले लेगा तड़पा तड़पा कर प्राण।