संदीप कुमार सिंह 05 Jul 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 3557 0 Hindi :: हिंदी
जब मन में हो आरज़ू, तो आरज़ू का ऊर्जा साथ रहे। जिससे हर पथ हम चलते चलें, खुशियों को जीवन में लाते चलें। हर मुश्किल आसान लगने लगे, आगे बढ़ने का जोश मिलने लगे। फिर वह दिन दूर नहीं होगा, जब कई कामयाबी साथ मिलेंगे। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....