मैंने अपने बड़े लोगो का सम्मान करते हुए,
हमेशा आशीर्वाद के लिए अपना सिर झुकाया है।
इस लिए मुझे लोगो की शक्ल तो धुँधली ही याद है,
पर आज भी उनके जूते साफ साफ याद है।
मैंने अपने बड़े लोगो का सम्मान करते हुए,
हमेशा आशीर्वाद के लिए अपना सिर झुकाया है।
इस लिए मुझे लोगो की शक्ल तो धुँधली ही याद है,
पर आज भी उनके जूते साफ साफ याद है।