Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

जेब खाली लेकर निकले -मंजिल की तलाश में

Aarti Goswami 16 Jan 2024 कविताएँ अन्य जेब खाली 4453 1 5 Hindi :: हिंदी

"जेब खाली"
जेब खाली लेकर निकले
मंजिल की तलाश में
हम घर से दूर चले
सपनो की उड़ान में 
शुरुआत छोटी है पर
अरमान बहुत बड़े हैं 
भरोसा है खुद पर 
महादेव पर
उम्मीद से जो पौधा लगाया
उसे होसलो की छाव देंगे
कभी धूप सहकर तो 
कभी बारिश मे भीगकर
उस पे सफलता के फल लगेंगे 
जानती हूं कार्य ये आसान नहीं
बिन रुके ही राहों में मुझे आगे बढ़ना होगा
ओरों की तुलना में सबसे ज्यादा पढ़ना होगा
जुड़ना हैं धरती से उड़ना हैं आसमान में
रोक सके अब मुझे दम कहां हैं तूफ़ान में 
देर लगे चाहे राहों में रास्तों से मुंह न मोडूंगी
अब मंजिल को पाकर ही जिद्द अपनी छोडूंगी 
संघर्ष की आग में जलकर
हद से ज्यादा मेहनत कर
घर लोटूंगी खाली जेब भरकर 
              ~'आरती गोस्वामी'✍️

Comments & Reviews

Aarti Goswami
Aarti Goswami 👍

2 months ago

LikeReply

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: