Ankur Gautam 09 Apr 2023 आलेख समाजिक 13080 0 Hindi :: हिंदी
एक कदम मानवता की ओर) इस संसार मे मनुष्य के आने का एक मात्र उद्देश्य "मानवता " को प्राप्त करना है जिसके लिया भगवान ने हमे इस पृथ्वी पर भेजा है और इस चौरासी लाख योनियों से मुक्ति पाने एक मात्र विकल्प "मानव जीवन " ही है। आज इंसान कमाने के चक्कर में भगवान द्वारा बनाई गई अनमोल प्रकृति का ही दुश्मन बन गया है और अपने रास्ते से पूरी तरह भटक गया है।। इस गलत धारणा के चक्कर में एक आम इंसान जो घर को चलाता है और एक सर्वोच्च इंसान जो देश को चलाता है सभी के सभी फंसे हुए हैं। एक आम इंसान थोड़ा अधिक धन कमाने और झूठी शान के लिए दूसरे इंसान का दुश्मन बन गया है चाहे फिर खाने पीने की चीजो मे मिलावट करके जहर खिलाना हो और चाहे थोड़े मोह,लोभ ,लालच तथा आनंद के लिए किसी के अनमोल जीवन को छीन लेना आज एक आम बात हो गई है। एक सर्वोच्च पद वाला इंसान जो देश को चलाता है भी अपने देश के विस्तार के लिए तथा झूठी शान के लिए दूसरे देश का दुश्मन बन गया है चाहे फिर परमाणु हथियार बनाना हो,आतंकवाद को फैलाना हो,आज भगवान द्वारा बनाई गई इस अनमोल प्रकृति की औकात केवल एक बटन दबाने मात्र की रह गई है । अब समय आ गया है कि "मानवता विरोधी" लोगो को समझना होगा , जब इस संसार में इंसान ही नहीं बचेगा तो इस धन और झूठी शान का क्या होगा।