Anjani pandey (sahab) 23 Apr 2023 कविताएँ अन्य घना अंधेरा और विद्यार्थी जीवन द्वारा अपनी पीढ़ी बदलने की एक कोशिश 5361 0 Hindi :: हिंदी
छोटी सी आशा और घना अंधेरा सिर्फ साथ मेरे एक जुगनू लंबी रात के बाद सवेरा कब तलक जला के रखूं रुई की मशाल को फिर से छाएगा लंबा अंधेरा चलूं भी, दौडू भी दौड़ने के बाद भी , सितारों के मौसम में अंधेरा बस एक जलती मशाल हाथ में लिए मैं दूर करूंगा अंधेरा @ अंजनी पांडेय (साहब)