Sanam kumari Shivani 04 May 2023 शायरी प्यार-महोब्बत 6960 0 Hindi :: हिंदी
रिम झिम की प्यारी बूंदे लेके आयी बरसात याद आया किसी से हुई थी पहली मुलाकात, अजब गजब से ये बूंदे देखती हूं बारिश में बदन जलता है फिर भी खो जाता हु आपकी तारीफ में, बरसात का बादल तो दीवाना है क्या जाने किस राह से बचना है किस छत को भिगोना है। By -,📝sanam kumari Shivani