Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत प्यार मोहब्बत इश्क 31712 0 Hindi :: हिंदी
//...हाल-ए-दिल...// समाज की , कुछ बंदिशे इश्क पर , छाती गर्दीशे...! ना तुम मेरी , ना मैं तेरा हम एक-दूसरे के भी होके...! तेरे पास से , गुजर कर भी , ना अपना , कुछ कहा ना तेरा हाल , पूछ सके...! मगर इतना तो , मालूम चले तुम्हें हम रोए बहुत , तन्हा - तन्हा , चुपके - चुपके...! चिन्ता नेताम " मन " डोंगरगांव ( छ. ग.)