Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

एक तरन्नुम उठ रही है दिल में मेरे

मोती लाल साहु 16 May 2023 गीत समाजिक एक तरन्नुम उठ रही है दिल में मेरे, आ चलेंगे कहीं दूर इन वादियों में निर्झर बहती तो होगी दरिया वहां गाते तो होंगे पंछी वहां- सूरज की किरणों में खिलते तो होंगे सवेरा वहां- शाम ढले आती तो होगी चंदा वहां सितारों की दुनिया में बसेगा प्यार हमारा। 5247 0 Hindi :: हिंदी

एक तरन्नुम- 
उठ रही है दिल में मेरे

आ चलेंगे कहीं दूर-
इन वादियों में निर्झर,
बहती तो होगी दरिया वहां
गाते तो होंगे पंछी वहां

आ चलेंगे कहीं दूर-
सूरज की किरणों में,
खिलते तो होंगे सवेरा वहां 
मैं गाऊंगा यह तराना

आ चलेंगे कहीं दूर-
शाम ढले आती तो होगी,
चंदा वहां सितारों की दुनिया 
में बसेगा प्यार हमारा

आ चलेंगे कहीं दूर-
इन वादियों में एक तरन्नुम

जब गाएंगे दिल से-
खिलते रहेंगे बरसों यहां 
आ चलेंगे-आ चलेंगे-आ चलेंगे....
-मोती

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

ये खुदा बता तूने क्या सितम कर दिया मेरे दिल को तूने किसी के बस मैं कर दिया वो रहा तो नहीं एक पल भी आकर टुकडें- टुकड़ें कर दिये ना विश्वा read more >>
Join Us: