Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य रात के तन्हाई में 7554 0 Hindi :: हिंदी
रात के तन्हाई में आश्मान में चाँद तारे और सितारें जग मग जग मग टीम टीम करता जुगनू बहु तेरे! मदहोशी में मदहोश अलवेला अल्हड मौसम वसंती अंगड़ाई जुल्म पे जुल्म सितम भी खूब करे रात के तन्हाई में चांदनी का डेरा!! रोशनी निगलता घनघोर अँधेरा अटखेलियां करता भैय का पहरा दो बूंद ओश को तरशता पावन सवेरा!