Sharda prasad 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम वीर सपूत 22184 0 Hindi :: हिंदी
देख तिरंगा बढ़े जुनून,देशहित में तर जाऊ कफ़न ओढ़ मैं रहू हमेशा,देश के लिए मैं अड जाउ हो संकल्प मेरे दिल मे, मैं अपने वतन पर मर जाउ मैं लाख गोलिये से खेलु ,मैं देश के लिए कुछ कर जाउ रहे मेरा वतन सलामत ,मैं उसके लिए कुछ कर जाउ मर कर मैं अपने वतन के लिए दादिचि का हडडी बन जाऊं शीश कटे या कटे धड़ा,मैं हमवतन पर रहू अड़ा यही कामना है मेरा, मैं देशहित मे मर जाउ शुभरात्री मेरे प्रिय मित्रों आप सभी को धन्यवाद