संदीप कुमार सिंह 26 Apr 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाजिक हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 5673 0 Hindi :: हिंदी
ख्याल अच्छा सबको ही रखना चाहिए, अच्छे ख्याल से ही अच्छा जिंदगी जी सकते। खाली बड़े _बड़े ख्वाबों से, जिंदगी नहीं चलती है। यह मनुज जन्म बड़े ही भटकाव बाद मिलता, इस जन्म को सफ़ल करना ही मुख्य उद्देश्य हो। लोभ _लालच से सबको दूर रहना चाहिए, सादगी की लीबास में जिन्दगी जीना चाहिए। धर्म _ कर्म की भावना को बढ़ाना चाहिए, पापियों का विरोध डटकर करना चाहिए। अन्याय के खिलाफ़ आवाज़ बुलन्द करना चाहिए, न्याय के लिए लोगों का साथ देना चाहिए। भक्ति भाव में लीन रहना चाहिए, समाज को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। हृदय को हमेशा पवित्र रखना चाहिए, भगवान सर्व मनोकामना पूर्ण अवश्य करेंगें। खाली हाथ आए हैं, खाली ही चले जायेंगें। बस प्यार के दो मीठे बोल ही, जग में झिलमिलाएंगें। ये ज़िन्दगी एक किराए का घर है, मौत कभी भी आ सकता है। इसलिए हस कर है जीना, सबको भी हसाना है। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....