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डॉ भीमराव अंबेडकर

kanaram makwana 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य अम्बेडकर का संघर्ष 7733 0 Hindi :: हिंदी

दलित के घर मे जन्म लिया                         समाज उसे अछूत कहता था                        जब घर से बाहर वो निकलता                     कितना अपमान उनका किया जाता              जब वो पढ़ने को जाता था                                                   कक्षा के बाहर उसे बैठना होता                              उस मटके से पानी नही पीता                      कोई जिससे वह पीता था                            जिन्दगी मे जो अपमान सहा                       उसे मिटाना लक्ष्य बना उनका                     विद्वान विदेशो से पढकर आया                   जिसने करोड़ो का उद्धार किया                     तिरंगे मे अशोक चक्र लगाया                      छुआछूत को भी मिटा डाला                        ना भूले हम उनका बलिदान                                        

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