Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

पिता

Swami Ganganiya 30 Mar 2023 आलेख समाजिक पिता 118654 0 Hindi :: हिंदी

एक पिता अपनी औलाद के लिए जिन्दगी भर कितना
संघर्ष करता है कि वो दुनिया की सारी खुशिया उसे दे सके| वो अपनी जरूरतों और खुशियों को छोड कर वो अपनी औलाद की खुशियो के बारे मे शोचता है| लेकिन औलाद अपने पिता के बारे मे कितना शोचती है| ये हर कोई जानता है| क्योकि हर कोई किसी ना किसी का पुत्र जरूर होता है| ये अहसास हमे पिता बनने के बाद होता है| मैं चाहता हूं वो सारी खुशिया मैं अपने पिता को दू| लेकिन मैं चाहकर भी उनकी बराबरी नही कर पाता हूं | श्याद ही वो खुशिया मे उन्हे दे पाऊ| जो उन्होने हमे दी|
Swami ganganiya
Budhsaini baghpat

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

किसी भी व्यक्ति को जिंदगी में खुशहाल रहना है तो अपनी नजरिया , विचार व्यव्हार को बदलना जरुरी है ! जैसे -धर्य , नजरिया ,सहनशीलता ,ईमानदारी read more >>
Join Us: