संदीप कुमार सिंह 12 Jul 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 4841 0 Hindi :: हिंदी
(मुक्तक छंद) जीवन की सब कामना, पूरा कर लूं यार। आओ मिलकर बैठ कर, बातें कर दो चार। तुम्हारा कुछ मैं सुनूं, कुछ मेरा तुम लोग_ सुख दुख बांटू हम सभी, दुनिया हो गुलजार। संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....