संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक मेरी इस कविता को पढ़कर पाठक गण अवश्य ही लाभान्वित होंगें। 7450 0 Hindi :: हिंदी
विवाह एक पवित्र बंधन है,जिसमें लड़का_लड़की, आजीवन साथ रहने का वादा करते हैं। कुवांरों और कुवारियों के लिए, विवाह बहुत ही मधुर लड्डू सम है। विवाह से पहले ये लोग ललचाते रहते हैं, विवाह के संबंध में काफ़ी ख्वाब बुनते हैं। विवाह पश्चात दो आत्मा एक होते हैं, एक _दूजे बिन अधूरे हो जाते हैं। एक नव संसार का निर्माण होता है, जिसमें अद्भुत सुगन्धित फूल खिलते हैं। और समाज का उत्थान भी होता है, फिर मानवीय जीवन सुशोभित होता है। विवाह मानव विकास के लिए अति आवश्यक है, विवाह से एक संस्कार का सृजन होता है। मानवता के गुण से श्रृंगारित हो जाते हैं, देश समाज को भी मजबूती मिलता है। संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....