Bholenath sharma 29 Dec 2023 कविताएँ धार्मिक 12539 0 Hindi :: हिंदी
सब ग्रह नक्षत्र मिल , योग बनावत है। शुभ , पगु धार रहे ,प्रभु रघुनाथ जी शुभ । है तारारण हार प्रभु , जय श्री राम प्रभु तार दियो प्रभु सबहीं को ,जो आये तेरे द्वार प्रभु , मंद मंद मोहिनी मुस्कान प्रभु , नयन है तेरो राजीव समान प्रभु । भूलि चूकि , क्षमा करो प्रभु , चीहनत हो इस मूढ़ को प्रभु । ...