Samar Singh 15 Jul 2023 गीत प्यार-महोब्बत ऐ! मुहब्बत के परिंदे यहाँ मत आना, अब मुहब्बत के दुश्मन ताक में बैठे है। 5834 0 Hindi :: हिंदी
दिल की शाख पे बैठा कोई परिंदा, हर घड़ी हर पल प्यार की कूँक लगाए। उड़ जा तू यहाँ से ,मत अपना बसेरा बना, फिर ना जाने कौन मुहब्बत की हूक जगाये।। आया पंछी दिल के आँगन में, दाने चुगने के बहाने। दिल में बना लेगा, चाहत के आशियाने।। है कोई शिकारी ताक में, उड़ परिंदे तू, न जाने कब बंदूक उठाये। दिल की शाख पे बैठा कोई परिंदा, हर घड़ी हर पल प्यार की कूँक लगाए।। रचनाकार- समर सिंह " समीर G "