Samar Singh 31 Jul 2023 गीत दुःखद उनकी याद में दिल बर्फ सा जम गया है। 6937 0 Hindi :: हिंदी
पानी के बर्फ सा दिल, गम की गर्मी से पिघला दिल। ठंडी - ठंडी सर्द हवाएं, आँखों में शबनम लाये। याद किसकी है जो जमती जाए, हरवक्त पास बुलाये। भटका हूँ रास्ता, या सामने है मंजिल, पानी के बर्फ सा दिल। अपनी कहानी कभी जमी ही नहीं, बिखर गयी है यहीं कहीं। दिल में रह गयी है बस नमीं, भाप बनकर उड़ती रही ना थमीं। खोया हूँ जितना क्या, होगा कभी हासिल, पानी के बर्फ सा दिल, गम की गर्मी से पिघला दिल।। रचनाकार- समर सिंह " समीर G "