Kirti singh 19 May 2023 कविताएँ अन्य यह देह पड़ी रह जाएगी । 7288 0 Hindi :: हिंदी
यह देह पड़ी रह जाएगी रंग रूप शोहरत एक दिन ढह जाएगी फिर क्या स्थिर है जिसको पकड़े रहना है यहां तो सब चला चली में ढह जाना है। Kirti singh
Login to post a comment!
...