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दर्द-ए-दिल से सूर....

मोती लाल साहु 04 May 2023 शायरी दुःखद दर्द-ए-दिल से सूर-ए-नगमा, दर्द जब जुबान पर आते हैं- दिल के आंसू रोते हैं। 6961 0 Hindi :: हिंदी

दर्द-ए-दिल से सूर-ए-नगमा, 
तुम्हारे ही नाम लिखता।

मिटाता हूं जमी पर सूर बन, 
आते दिल के आंसू रोते हैं।।
-मोती

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